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Baglamukhi beej mantra Secrets

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वर्जितानि च स्थानानि यानि च कवचेन हि । हरिद्रा मालया कुर्यात् जपं स्तम्भन – कर्मणि । कटौ पृष्ठे महेशानी कर्णौ शङ्करभामिनी ।। आटे के तीन दिये बनाएं व देसी घी डाल कर जलाएं। कोई भी मंत्रानुष्ठान, जप, पाठ-विधि के ज्ञान बिना सिद्ध नहीं होता । महाभाष्यकार ने लिखा है कि https://ontopicdirectory.com/listings13064824/a-review-of-baglamukhi-beej-mantra

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